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भेड़ाघाट

Wednesday, February 24, 2010

ममता का मिशन 2020

रेलवे मंत्री ममता बनर्जी ने अपना बजट प्रस्तुत करते हुए कहा है कि रेलवे ने अपने लिए मिशन 2020 निर्धारित किया है. मिशन 2020 के बारे में बताते हुए उन्होंने तर्क दिया है कि रेलवे का विकास करना है और इस मिशन को पूरा करने के लिए निजी क्षेत्र से निवेश हासिल किया जाएगा.

अपने पिछले बजट में भी ममता बनर्जी ने निजीकरण का संकेत दिया था. उसी कड़ी को आगे बढ़ाते हुए रेलवे बजट की शुरूआत करते हुए ममता बनर्जी ने साफ कहा कि रेलवे ने तीन तरह की योजनाएं तैयार की हैं जिसमें कम अवधि, मध्यम अवधि और लंबी अवधि की योजनाएं हैं. इन योजनाओं को कुछ रेलवे अपने दम पर पूरा करेगा लेकिन कुछ योजनाओं को पूरा करने के लिए निजी क्षेत्र के निवेश की जरूरत होगी. उन्होंने निजी क्षेत्र के निवेश को आमंत्रित करते हुए पीपीपी (पब्लिक प्राइवेट पार्टनरशिप) मॉडल को भी लागू करने की घोषणा की है. उन्होंने 2020 तक 25000 किलोमीटर नई रेल लाईन बिछाने की घोषणा की है जिसके लिए भी उन्होंने निजी क्षेत्र से निवेश के रास्ते खोलने की वकालत की है. हालांकि ममता ने रेल विभाग में निजीकरण की किसी संभावना से इंकार किया है

बड़े आश्चर्य की बात है कि पिछले पचास सालों में देश में हर साल रेल नेटवर्क में औसतन 180 रूट किलोमीटर ही जुड़ते रहे हैं। 1960 में कुल रूट किलोमीटर करीब 54,000 था, अब 2010 तक 64,015 किलोमीटर है। यह तथ्य खुद रेल मंत्री ममता बनर्जी ने आज लोकसभा में वित्त वर्ष 2010-11 का रेल बजट पेश करते हुए रखा है। नए वित्त वर्ष के लिए ममता बनर्जी ने 1000 रूट किलोमीटर जोड़ने का लक्ष्य रखा है। उन्होंने न तो मालभाड़े में कोई वृद्धि की है और न ही यात्री किराए में। उल्टे, अनाज और केरोसिन पर मालभाड़ा प्रति वैगन 100 रुपए घटा दिया है। साथ ही एसी किराये पर सर्विस चार्ज घटाकर 20 रुपए और स्लीपर किराए पर सर्विस चार्ज घटाकर 10 रुपए कर दिया है।

नए साल में 80,000 नए वैगन खरीदे जाएंगे। निवेश प्रस्तावों पर तेज फैसले के लिए 100 दिनों के भीतर विशेष टास्क फोर्स बनाई जाएगी। निजी क्षेत्र को मालगाड़ियां चलाने की इजाजत दी जाएगी। दस नए ऑटो एंसिलरी हब बनाए जाएंगे। मोडिफाइड वैगन स्कीम शुरू की जाएगी। 5 नई वैगन फैक्ट्रियां लगाई जाएंगी। रायबरेली कोच फैक्ट्री का काम एक साल में शुरू होगा। यात्रियों को साफ पानी मुहैया कराने के लिए छह बोटलिंग प्लांट लगाए जाएंगे। उन्होंने यह भी बताया कि जुलाई 2009 के रेल बजट में जिन 120 नई ट्रेनों को शुरू करने की घोषणा की गई थी, उनमें से मार्च तक 117 शुरू हो जाएंगी। बाकी तीन गेज परिवर्तन की वजह से नहीं शुरू हो पाएंगी। रेल बजट के प्रस्तावों से सीमेंट, स्टील, लौह अयस्क और फर्टिलाइजर उद्योग को खास फायदा होगा। इससे लाभान्वित होनेवाली चुनिंदा कंपनियां हैं – टेक्समैको वैगन, टीटागढ़. भारत अर्थ मूवर्स और कॉनकोर।

ममता बनर्जी ने कुशल राजनीतिज्ञ की तरह स्पष्ट किया कि रेलवे के किसी विभाग का निजीकरण नहीं किया जाएगा। उन्होंने कहा कि अगर रेलवे की किसी परियोजना में जिस किसी की जमीन ली जाएगी, उसके परिवार के एक सदस्य को रेलवे नौकरी देगा। रेलवे की भर्ती परीक्षाएं हिंदी व उर्दू के साथ ही क्षेत्रीय भाषाओं में ली जाएंगी। गौर करने की बात है कि ममता बनर्जी ने अपने अंग्रेजी भाषण में कई बार पैराग्राफ के पैराग्राफ हिंदी में बोले। ऊपर से भले लगे कि ममता ने अवाम को रिझानेवाला बजट पेश किया है। लेकिन उन्होंने उद्योग जगत की जरूरतों का भी पूरा ख्याल रखा है।

उनके कुछ अन्य खास प्रस्ताव हैं – आआईटी, आईआईएम और मेडिकल कॉलेजों में मोबाइल ई टिकटिंग की व्यवस्था, जिला व पंचायत स्तर पर रेलवे के टिकट, यात्री सुविधा के लिए 1300 करोड़ रुपए, गरीब परीक्षार्थियों से कोई फीस नहीं, मुंबई में 101 नई उपनगरीय ट्रेनों की शुरूआत, देश में 381 नए डाइग्नोस्टक सेंटर खोले जाएंगे। ममता ने अपने भाषण की शुरुआत में ही कह दिया था कि उनके लिए व्यावसायिक व्यवहार्यता से ज्यादा सामाजिक उत्तरदायित्व मायने रखता है। उनका एक वाक्य अंत में – अभी तो शुरुआत है, सफर बहुत लंबा है।
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ममता बनर्जी ने बजट प्रस्तुत करते हुए कहा कि एक बिजनेस माडल बनाने की जरूरत है उनकी जिम्मेदारी है कि वे इस दिशा में पहल करें. उन्होंने कहा कि अगर रेलवे की महात्वाकांक्षी योजनाओं को पूरा करना है तो निजी क्षेत्र की मदद लेना जरूरी है. इसके लिए उन्होंने एक टास्क फोर्स बनाने और प्रधानंत्री से बात करने की बात भी कही है. रेल मंत्री ने साफ कहा कि सफर लंबा है, यह तो अभी शुरूआत है.

रेलमंत्री ममता बनर्जी ने सात महीने पहले अपने बजटीय घोषणाओं में सिर्फ डाकघर से आरक्षण की योजना के न पूरा हो पाने की सूचना दी. उन्होंने कहा कि पिछले रेल बजट में उन्होंने 120 नई ट्रेने शुरू करने की घोषणा की थी जिसमें से 117 ट्रेने मार्च 2010 तक शुरू हो जाएंगी. उन्होंने कहा कि ट्रेन यात्रियों को सस्ता और साफ पानी उपलब्ध कराने के लिए छह नये बाटलिंग प्लांट शुरू कर दिये गये हैं. इसके साथ ही उन्होंने कहा कि ट्रेनों में जनता आहार योजना को सुचारू रूप से शुरू कर दिया गया है.

ममता बनर्जी के बजट भाषण के दौरान लगातार उन पर पश्चिम बंगाल का पक्षधर होने का आरोप लगता रहा और वे बीच बीच में इन आरोपों का खण्डन भी करती रहीं.

प्रमुख घोषणाएं-

1. आरपीएफ के नये जवानों की भर्ती
2. 5 खेल अकादमी के गठन की घोषणा- दिल्ली, चेन्नई, सिकंदराबाद, कोलकाता, मुंबई
3. कामनवेल्थ गेम्स के लिए विशेष ट्रेने चलाई जाएंगी
4. 2010-11 रविन्द्र म्यूजियम बनाने की घोषणा
5. शहरी विकास मंत्रालय के साथ मिलकर 10 साल के अंदर रेलवे के सभी 14 लाख कर्मचारियों के िलए घर बनाने की घोषणा.
6. कर्मचारियों के लिए 386 जांच केन्द्र और 101 मध्यम दर्जे के अस्पताल खोले जाएंगे
7. रेलवे की 80 हजार महिला कर्मचारियों के िलए विशेष योजनाओं का ऐलान
8. वेन्डर्स, हॉकर्स के लिए योजनाएं
9. खड़गपुर में लोकोवर्कशाप बनाने की घोषणा
10. जबलपुर, कोटा, खडगपुर में ट्रैक ट्रेनिंग सेन्टर बनाया जाएगा
11. रायबरेली कोच फैक्टरी एक साल में शुरू की जाएगी.
12. मधेपुरा और मरवाना में भी कोच फैक्टरी बनाई जाएगी.
13. इन्टेग्रिट कोच फैक्टरी का नवीनीकरण किया जाएगा और दूसरी यूनिट शुरू होगी
14. अमरावती में कोच रिपेयर फैक्टरी शुरू की जाएगी.
15. बंगलौर में डिजाइन और डेवलपमेन्ट सेन्टर बनाया जाएगा
16. पर्यावरण के प्रति संवेदनशील होते हुए रेलवे 10 इको पार्क बनेंगे. हर ट्रेन में कम से कम 10 बोगी में ग्रीन टायलेट होंगे.
17. वेस्टर्न डेडीकेटेड फ्रेट कारिडोर के लिए अगले महीने समहमति पत्र पर हस्ताक्षर. जमीन का अधिग्रहण शुरू किया जाएगा. इसके लिए आम आदमी की सहमति से सहमति लेकर जमीन ली जाएगी और जिसकी जमीन ली जाएगी उसके परिवार के एक सदस्य को नौकरी दी जाएगी.
18. नार्थ-साउथ, ईस्ट-वेस्ट, साउथ-साउथ कारीडोर बनाने की घोषणा
19. डेडीकेटेड पैसेन्जर रेल कारीडोर बनाने की घोषणा
20. नेशनल हाईस्पीड रेल अथारिटी का गठन
21. माल ढुलाई में आठ मिट्रीक टन की बढ़ोत्तरी
22. टनकपुर से बागेश्वर के बीच नयी रेल लाईन

23. भारत-बांग्लादेश के बीच नयी ट्रेन
24. 1000 किलोमीटर ट्रैक का विद्युतीकरण किया जाएगा.

25. मानवरहित 13 हजार फाटकों पर तैनात होंगे गार्ड

26. मुंबई लोकल में 101 ट्रेनों का इजाफा

27. कैंसर रोगियों को एसी थ्री टीयर में मुफ्त रेल यात्रा की सुविधा

28. जन्मभूमि, कर्मभूमि और मातृभूमि नाम से नयी ट्रेन सेवाओं को शुरू किया जाएगा.

29. ई-टिकट सरचार्ज में कटौती. 40 की बजाय अब 20 रुपये सरचार्ज

30. कोलकाता मेट्रो का विस्तार किया जाएगा

31. आनेवाले वित्तीय वर्ष में कुल 56 नई ट्रेने चलाई जाएंगी.

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